Chaturmasik Chauvihar Scheme 2024 For Kids

बच्चों के लिए चातुर्मास में धर्म से जुड़ने का सुनहरा अवसर

Jain Media
By Jain Media 1.6k Views 13 Min Read
Highlights
  • जैन धर्म में रात्रीभोजन को नरक का द्वार कहा गया है और तीर्थंकर परमात्मा की आज्ञा का पालन करते हुए रात्रिभोजन का त्याग करना हमारा कर्त्तव्य है.
  • चौविहार यानी सूर्यास्त (Sunset) के बाद भोजन और पानी ग्रहण नहीं करना. सिर्फ भोजन त्याग करें और पानी की छूट रखे तो उसे तिविहार कहते हैं.
  • यह Scheme सिर्फ चौविहार Scheme नहीं है बल्कि 4 महीने में बच्चों की Overall Growth पर काम करनेवाली एक Golden Opportunity है.

चातुर्मास का समय आ रहा है.
सभी माता-पिता सावधान! 

क्या इस चातुर्मास के 4 महीने के दौरान बच्चों को धर्म से जोड़ सकते हैं?
क्या इस चातुर्मास के समय में बच्चों को धर्म के साथ साथ Moral और Ethical संस्कार भी मिले सकते हैं?
इस चातुर्मास में क्या बच्चों की Overall Growth हो सकती है? 

जी हाँ! यह सभी मुमकिन है. वह कैसे? तो प्रस्तुत है एक ऐसी Scheme जो इन सभी चीजों में बच्चों की मदद करेगी. आइए जानते हैं इस Scheme की Details. पूरी जानकारी के लिए बने रहिए इस Article के अंत तक.

What is Chaturmasik Chauvihar Scheme?

प.पू. पंन्यास प्रवर श्री चंद्रशेखरविजयजी म.सा. द्वारा प्रेरित और वर्धमान संस्कार धाम द्वारा संचालित तथा Local संस्थाओं के Support से ‘चातुर्मासिक चौविहार Scheme’ पिछले 4 वर्षों से सफलतापूर्वक चल रही है. चौविहार यानी सूर्यास्त-Sunset के बाद भोजन और पानी ग्रहण नहीं करना. सिर्फ भोजन त्याग करें और पानी की छूट रखे तो तिविहार कहते हैं. तिविहार करनेवाले भी इसमें जुड़ सकते हैं, इसलिए ऐसा नहीं सोचना है कि नाम चौविहार रखा है तो चौविहार ही करना पड़ेगा, जी नहीं, तिविहार भी करेंगे तो भी Count होगा. 

पिछले साल तक यह Scheme मुंबई, सूरत और जामनगर में ही थी लेकिन इस साल यह Scheme India की लगभग हर Major Cities में शुरू की गई है. सराक क्षेत्रों में भी बच्चों के लिए यह Scheme शुरू की जा रही है. 

Age Limit

‘चातुर्मासिक चौविहार Scheme’ में Playgroup की Age से लेकर 10th Standard तक के बालक और बालिकाओं का Enrollment कर सकते हैं. 3rd Standard तक के बच्चों को Minimum 50 चौविहार और 4th से लेकर 10th Class तक के बच्चों को Minimum 75 चौविहार, चातुर्मास के 4 महीने के दौरान करने हैं. अगर पूरे चातुर्मास रात्रिभोजन त्याग करें तब तो सबसे Best ही है.

पिछले साल मात्र 3 Cities में इस Scheme के अंतर्गत 12,000 से भी अधिक बच्चों का Registration किया गया था जिसमें बच्चों द्वारा 11,22,661 चौविहार किए गए जो कि अपनेआप में अविश्वसनीय है. 

Activities Under The Scheme

इस Scheme में बच्चों को चौविहार और धार्मिक नियम जैसे नित्य प्रभु पूजा, गुरुवन्दन आदि के अलावा Basic संस्कारों के नियमों का पालन करने के भी Points दिए जाएंगे. इससे बच्चों में ना केवल धर्म के संस्कार बल्कि Moral और Ethical संस्कारों की भी वृद्धि होगी. इस Scheme के अंतर्गत बच्चों को Basic नियम जैसे कि

A. School से घर आकर अपनी चीजें सही जगह पर रखना,

B. माता-पिता से कभी झूठ नहीं बोलना,

C. School, Tuition अथवा पाठशाला Teacher का मजाक नहीं उड़ाना,

D. Daily किसी की मदद करना,

E. प्रतिदिन कुछ ना कुछ दान करना,

F. जिनालय, उपाश्रय अथवा आयंबिलशाला में सेवा देना यानी अगर जिनालय में किसी ने गहुली करके पाटला ऐसे ही छोड़ दिया हो तो उसे उसकी जगह पर व्यवस्थित रखना, आयंबिलशाला में पुरस्कारी करना आदि इस तरह Total 13  नियम बताए गए हैं. 

इन नियमों के माध्यम से बच्चों की Personality Development में Overall Growth मिलेगी. कई बच्चों की बुरी आदतें छूट जाएगी अथवा बुरी आदतें लगे ही ना उसकी भी Safety हो जाएगी. चातुर्मास पूर्ण होने पर जिस बच्चे ने जितने नियमों का पालन किया है और उसकी Eligibility को ध्यान में रखते हुए उन्हें वर्धमान संस्कार धाम और Local संस्थाओं द्वारा कई Exciting और कभी ना भुलाए जा सकें ऐसे Gifts दिए जाएंगे. 

Benefits Of This Scheme 

जैन धर्म में रात्रीभोजन को नरक का द्वार कहा गया है और तीर्थंकर परमात्मा की आज्ञा का पालन करते हुए रात्रिभोजन का त्याग करना हमारा कर्त्तव्य है. इस Scheme के माध्यम से रात्रिभोजन जैसे घोर पाप से बच भी जाते हैं और प्रभु आज्ञा का पालन भी हो जाता है. यह तो हुआ धार्मिक Angle से होनेवाला लाभ लेकिन इस Scheme के माध्यम से बच्चों की Health के लिए भी बहुत Benefits हैं. 

आज तो Science भी मान रहा है कि सूर्यास्त के बाद भोजन नहीं करना चाहिए. Studies के अनुसार सूर्यास्त से पहले भोजन जल्दी ग्रहण कर लेने से बच्चों को अच्छी नींद, अच्छा Digestion, Activeness, बच्चों का Concentration – Focus Improvement, Healthy Routine etc बनाने में भी मदद मिलती है. 

इन सभी के आलावा अधिकतर Programs, Functions, Parties, Street Food, दोस्तों के साथ घूमने जाना, Club आदि में जाना, बाहर का Junk Food खाना आदि यह सारे काम रात के समय में ही ज्यादा होते हैं. रात्रि भोजन त्याग से इन सभी गलत और Unhealthy आदतों से और Time Waste करने से भी छुटकारा मिलता है. 

इस Scheme के द्वारा चौविहार करने के बाद जो समय बचता है, उसमें बच्चे कई Productive कार्य कर सकते हैं, पढ़ाई कर सकते हैजिससे उनकी और जिनशासन की भी Growth होगी. एक Benefit यह है कि बच्चे बचपन से जो नियम पालते हैं, वो नियम वे बड़े होकर भी कुशलतापूर्वक पालन कर सकते हैं जिसमें उन्हें कोई दिक्कत नहीं होती क्योंकि बचपन से भी वो Habit बन जाती है. 

Benefit To Family

इस Scheme का एक सबसे बड़ा Benefit यह भी है कि यदि घर का एक सदस्य धर्म से जुड़ता है तो उसके पीछे पीछे पूरा परिवार भी धीरे धीरे धर्म से जुड़ जाता है. अगर हम देखने जाएं तो पिछले साल लगभग 12,000 तक बच्चों ने इस Scheme में Registration करवाया था. अगर हम यह माने कि एक बच्चे के घर में 4 लोग हैं तो 12,000 x 4 करने पर लगभग 48,000 लोग धर्म से जुड़े थे ऐसा हम अनुमान लगा सकते हैं. इससे आधे भी जुड़ते हैं तो भी बहुत बड़ी बात है.

हमारा ऐसा मानना है कि यदि बच्चे के साथ साथ उसकी माता भी चौविहार करना शुरू करती हैं तो चौविहार के बाद शाम का पूरा समय मिलेगा जिसमें वे बच्चों को अच्छी कहानियां सुना सकती हैं, उन्हें धार्मिक अध्ययन करवा सकती हैं. इतना ही नहीं, कई बहनें चौविहार के बाद Time मिलने पर पाठशाला में बच्चों को पढ़ाने का अद्भुत कार्य भी कर सकते हैं. 

आजकल लगभग हर City में चातुर्मास के दौरान चौविहार House की व्यवस्था होती है जहाँ कई ऐसे भाई जिनका ऑफिस घर से बहुत दूर हैं वे वहां चौविहार कर लेते हैं. यदि बच्चे के पिता भी चौविहार करें तो उन्हें भी स्वाध्याय करने का, Family के साथ Time Spend करने का मौका मिल सकता है और यदि माता पिता चौविहार करते हैं तो बच्चों को भी चौविहार करने में उत्साह और साथ मिलता है और वे इस Scheme में और अच्छे से जुड़ पाते हैं. 

इस Scheme से जुडी एक घटना यहाँ जानने जैसी है.

4 साल पहले मुंबई के कांदिवली में रहनेवाले एक परिवार की 2 साल की छोटीसी बच्ची इस Scheme में जुडी. उस बच्ची के माता-पिता कभी चौविहार करते थे और कभी कभी नहीं भी करते थे लेकिन इस Scheme से जुड़ने के बाद उस बच्ची ने आज तक उसकी चौविहार की कड़ी टूटने नहीं दी है. 

अब 6 साल की यह बच्ची अपने माता पिता के साथ बाहर कहीं भी जाती है तो उसके माता पिता भले एक बार चौविहार ना करें लेकिन यह छोटीसी बच्ची अपने नियम में एकदम मक्कम रहती है और चौविहार अथवा तिविहार करती है. इसका प्रभाव यह पड़ा कि बच्ची के माता-पिता ने इस साल से वर्षीतप की तपस्या शुरू की है. 

Vision Behind This Scheme

एक कम उम्र की बच्ची इस Scheme से जुडी. उसके मन में यह डर था कि चौविहार करने के बाद अगर रात को भूख लगी तो क्या होगा? लेकिन Scheme से जुड़ने के बाद उसके मन में से यह डर निकल गया. उस बच्ची को Time देखना नहीं आता है लेकिन वह अपनी माता को कहती है कि ‘मम्मी अँधेरा हो रहा है, मुझे खाना – खाना है.’ अद्भुत है इस बच्ची की अपने नियम के प्रति जागरूकता. 

कई माता पिता का यह कहना है कि इस Scheme में जुड़ने के बाद उनके बच्चों का सिर्फ धर्म के क्षेत्र में ही नहीं बल्कि Overall Development हो रहा है. बच्चे पहले गुरु वंदन करने नहीं जाते थे लेकिन इस Scheme के कारण गुरुवंदन के नियम के कारण बच्चे गुरु भगवंत के पास जाते हैं और जिनवाणी सुनते हैं. बच्चे नित्य प्रभु दर्शन-पूजा आदि कार्य भी अच्छे से करते हैं. 

प.पू. पंन्यास प्रवर श्री चंद्रशेखर विजयजी म.सा. का ऐसा कहना था कि यदि जिनशासन की आनेवाली पीढ़ी चौविहार करेगी तो इसमें जिनशासन को सर्वाधिक लाभ होगा क्योंकि चौविहार करने से शाम का जो समय उनके पास बचेगा उसमें वे जिनशासन के विविध कार्यों में अपना समय देकर जुड़ पाएंगे, जिससे धीरे धीरे वे बड़े स्तर पर अद्भुत कार्य कर पाएंगे. 

आज लगभग 40-50 साल बाद पूज्यश्री की यह वाणी सच साबित होती हुई नजर आ रही है. कई युवान इस Scheme से जुड़कर जिनशासन के विभिन्न कार्यों में अपना योगदान देते हैं और जिनशासन को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का प्रयास भी करते हैं.  

Registration Process

Chaturmasik Chauvihar Scheme Available Cities

फिलहाल इन सारी Cities से बच्चे इस Scheme से जुड़ सकते हैं 👆

इस Scheme में बच्चों का Registration Online ही करवा सकते हैं. Registration करवाने का Process निचे दिया गया है.

  • इसके लिए Play Store अथवा App Store में जाकर VSDHAM नामक Application को Install करना होगा. 
  • इस App के Through आप Easily बच्चों का Registration कर सकते हैं. 
  • Registration के बाद आपको अन्य जानकारी भी मिल जाएगी. 
  • इस Scheme में Registration कराने की अंतिम तारीख 25 July 2024 है. 

इस QR Code को Scan कर पूरी Details जान सकते हैं 👇

QR Code For Registration In Scheme

Please Note : अगर आपने आपके संघ या City के किसी अन्य चौविहार Scheme अथवा बियाशना अथवा कोई भी तपस्या में अपना Registration किया है तो कृपया इस Scheme में ना जुड़ें.

अगर आप अपनी City अथवा अपने संघ में यह Scheme शुरू करना चाहते हैं तो Directly निचे दिए गए Contact Information पर संपर्क कर सकते हैं 👇

98925 90823
098209 35632

यह Scheme सिर्फ चौविहार Scheme नहीं है बल्कि 4 महीने में बच्चों की Overall Growth पर काम करनेवाली एक Golden Opportunity है, इसलिए सभी माता-पिता, संघ, पाठशाला आदि सभी से निवेदन है कि बच्चों को इस ‘चातुर्मासिक चौविहार Scheme’ से अवश्य जोड़ सकते हैं.

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