10 Basic Rules Of Jain Temple

10 Basic Rules to be followed while visiting a Jain Temple

Jain Media
By Jain Media 220 Views 10 Min Read
Highlights
  • जैन मंदिर या जिन मंदिर या जिनालय यानी जिन का आलय अर्थात भगवान का घर.
  • मंदिर कोई Tourist Place नहीं है उसका विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए.
  • सिर्फ जैन मंदिर ही नहीं कोई भी धार्मिक स्थल पर ये Common बातों का तो हम ध्यान रख ही सकते हैं.

कई जैनेत्तर यानी जो जन्म से जैन नहीं हैं, उन लोगों के मन में यह प्रश्न होता है कि ‘हम जैन नहीं है तो क्या हम जैन मंदिर जा सकते हैं?’ कुछ लोगों को यह भी प्रश्न उठता है कि ‘हमारे घर के पास जैन मंदिर है लेकिन जाने से डर लगता है हमसे कोई गलती हो गई तो?’

देखिए ऐसे तो राणकपुर, माउंट अबू पर अबू देलवाड़ा मंदिर ऐसे अनेकों जैन मंदिर है, जो अब Tourism के Spots बन चुके हैं, Tourists ऐसे मंदिरों के आसपास घूमने के उद्देश्य से आते हैं और जैन मंदिरों को भी Tourism का Spot समझकर Basic Ethics भूलकर मंदिरों में चले जाते हैं. हम यह नहीं कह रहे हैं कि कोई गलत Intention से ऐसा कर रहा है लेकिन हो सकता है उनको यह जानकारी न हो कि जैन मंदिर के अंदर क्या Rules Follow करने चाहिए. 

तो आज ऐसे लोगों को भी इस Article द्वारा काफी Clarity मिल जाएगी. 10 Points में इस विषय को समझेंगे. बने रहिए इस Article के अंत तक.

देखिए जैन मंदिर या जिन मंदिर या जिनालय यानी जिन का आलय अर्थात भगवान का घर. यहाँ घर यानी Literal Home नहीं, Residence समझ सकते हैं. 

‘Head Of The Nation, President Lives In Rashtrapati Bhavan Or The PM Stays At The Lok Kalyan Marg.’ 

इसमें यह नहीं कह सकते कि राष्ट्रपति भवन या Lok Kalyan Marg उनका घर है, बल्कि वो वहां अपने Post के कारण रहते हैं. इसी तरह जिनेश्वर भगवान या तीर्थंकर भगवान जो कि जैनों के भगवान है जैनों के Head हैं, उनसे मुलाकात जिनालय में होती है या जैन मंदिरों में होती है. सिर्फ इतना सोच सकते हैं कि अगर हमें मौका मिले President या PM से मिलने का तो हम क्या करेंगे? Decency और Discipline Maintain करने की पूरी कोशिश करेंगे ना..

हम घर पर जिस तरह रहते हैं क्या उसी तरह हम मिलने जाएंगे? बिलकुल नहीं. हम जिस Outfit में घूमने वगैरह जाते हैं क्या उसी Outfit में मिलने जायेंगे? बिलकुल नहीं. हम Best Gentle Outfit, Decent Look, Decent Walk, Decent Language etc. का पूरा ध्यान रखेंगे. तो इसी तरह जब जैन मंदिर में यदि हम जाए तो Basic 10 Points का हमें ध्यान रखना चाहिए.

1. आहार त्याग  

जिनालय में किसी भी तरह के Food, Drinks etc., नहीं ले जाना चाहिए और अगर Fruits, Sweets etc., लेकर जाए तो Make Sure कि वो हम भगवान को ही अर्पण (चढाएं) कर दें. वो हम अपने उपयोग में न लें यानी भगवान को चढ़ाने के उद्देश्य से लेकर जा रहे हैं तो ही मंदिर में Fruits या Sweets लेकर जाना है बाकी कोई भी खाने पीने की चीज़ें गुटका, दवाई, पानी की बोतल, Cold Drinks, Supari Etc साथ में रखकर मंदिर में नहीं जाना चाहिए.

2. जूते-चप्पल Footwear का त्याग

जूते चप्पल etc., खराब होते हैं और उनसे मंदिर भी मलीन हो सकता है. मंदिर में सिर्फ भगवान ही नहीं बल्कि पूरा मंदिर Is Considered Spiritual and Respectful. इसीलिए मंदिर में जूते चप्पल आदि पहन कर नहीं जाना चाहिए. हाथ-पैर यदि गंदे हो, तो हाथ-पैर धोकर ही मंदिर में प्रवेश करना चाहिए.

3. हिंसा त्याग

अहिंसा यानी Non-Violence Is One Of The Fundamental Principles Of Jainism. अहिंसा का पालन हर जगह होना चाहिए. But if, in case, we don’t कम से कम मंदिर में तो त्याग करना ही चाहिए. किसी भी अन्य व्यक्ति को हमारे कारण तकलीफ न हो उसका हम ध्यान रख सकते हैं. हमारे भाव यानी Intentions भी मंदिर के अंदर Pure होने चाहिए. किसी को मारने की, किसी के प्रति द्वेष भाव, किसी के प्रति गुस्सा के भाव भी मंदिर में नहीं होने चाहिए. मंदिर में सभी जीवों का कल्याण हो ऐसी प्रार्थना हमें करनी है और कर सकते हैं.

4. बाते नहीं करना चाहिए. 

Obviously, जब कोई PM या President से मिलेगा तो वो आसपास यह नहीं देखेगा कि किसने क्या पहना है, कौन-कौन आया है? और न ही वो वहां PM या President के सामने किसी और से बात करेगा. उसका सारा Attention PM या President पर ही होता है. वैसे ही जब हम मंदिर में जाते है तब हमारा सारा Attention भगवान पर ही होना चाहिए. किसी से अनावश्यक बात करने में नहीं.

5. Avoid Indecent Dressing

Have Proper and Decent Dressing. इस विषय पर ज्यादा कहने की आवश्यकता नहीं है, संक्षेप में समझ सकते हैं कि हमारा शरीर ढका हो, किसी भी व्यक्ति की नज़रें हमारे कपड़ों के कारण बिगड़े नहीं उसका भी हमें ध्यान रखना है और हम तीन लोक के नाथ, जिनेश्वर परमात्मा से मिलने जा रहे हैं तो Royally Dress होकर जा सकते हैं, लेकिन फूहड़ Dress, Half Pant, Sleeveless Shirts etc Avoid कर सकते हैं. मंदिर में प्रवेश करनेवाली बहनों को पल्लू या दुपट्टे से सर ढककर परमात्मा के सामने जाना चाहिए. 

6. Clean Mouth 

झूठे मुंह कभी भी मंदिर में प्रवेश नहीं करना है, बच्चों का भी ख़ास ध्यान रखना चाहिए कि Chocolate खाते खाते अंदर ना जाए और पान मसाला, गुटका, सुपारी जैसी कोई भी चीज़ खाते खाते अंदर नहीं जाना है, पहले खाई हो तो पानी से मुंह साफ़ करके फिर ही अंदर प्रवेश करना है, यानी झूठे मुंह अंदर पैर नहीं रखना है. अंदर कहीं पर भी थूकना नहीं है. 

DO NOT SPIT. Strictly. लगभग हर मंदिर में अब CCTV Cameras होते ही हैं इसलिए ऐसी कोई भी Indecent Activity अगर हमारे द्वारा होती है तो उसकी Complaint भी हो सकती है.

7. पैर पसार कर नहीं बैठना

हम जिस तरह घर पर कहीं भी किसी भी Posture में बैठ जाते हैं वैसा मंदिरों में नहीं चलता, Decency is Must. दूसरी बात यह भी ध्यान रखनी है कि मंदिर एक धार्मिक स्थान है Hill Station या Romantic Place नहीं है, इसलिए यदि Couple साथ में मंदिर जाए तो हाथ पकड़ना, अंदर Wedding Shoot करना, All this is not allowed strictly. 

8. Maintain Cleanliness. 

मंदिर की दीवार, परिसर Ground आदि खराब नहीं करना चाहिए. आप यदि अपने बच्चों को साथ लेकर जा रहे हैं तो बच्चे किसी भी तरह की गंदगी न करें इसका भी आपको ध्यान रखना होगा.

9. चोरी नहीं करना 

Do Not Steal Anything. मंदिर में रखी हुई कोई भी वस्तु को अनावश्यक हाथ नहीं लगाना है. जैन मंदिरों में पंच धातु की कई प्रतिमाएं होती है, कई बार ऐसा हुआ है कि लोग वह प्रतिमा को सोने की प्रतिमा समझ बैठते हैं और लालच के चक्कर में चोरी कर लेते हैं. सबसे पहली बात यह है कि वो सोने की प्रतिमा नहीं होती है, धातु की होती है. दूसरी बात अंदर Camera Installed होते हैं इसलिए ऐसा कोई भी कार्य नहीं करना चाहिए जिससे कर्मों का बंध हो, और बाद में शर्मिंदगी का सामना करना पड़े.

Last But Not The Least.

10. Women During Menstrual Cycle Must Not Enter The Temple  

मासिक धर्म के दौरान बहनों को जैन मंदिर में नहीं जाना चाहिए. यह विषय बहुत ही संवेदनशील है और कई लोग इस विषय को भेदभाव की दृष्टी से देखते हैं जो कि उचित नहीं है, इसके पीछे का आध्यात्मिक एवं वैज्ञानिक कारण हम अलग से ज़रूर जानेंगे. अधिक जानकारी आप गुरु भगवंतों से प्राप्त कर सकते हैं.

मंदिर में कुछ और बातें Follow करने जैसी है जैसे झूठ नहीं बोलना, Do Not Lie, ख़राब दृष्टी नहीं रखनी, ख़राब वचन बोलने नहीं सुनने नहीं, भगवान के दर्शन से मतलब रखना बस. जैन मंदिर में बिना पूजा के वस्त्रों (कपड़ों) के भगवान को नहीं छू सकते हैं इसलिए बिना पूजा के वस्त्रों के किसी भी प्रतिमा को नहीं छूना चाहिए. सिर्फ Photography के उद्देश्य से मंदिर में नहीं जाना चाहिए. मंदिर कोई Tourist Place नहीं है उसका विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए. 

सभी संघों से भी निवेदन है कि इस तरह के Basic Rules की एक List बनाकर अगर हम हमारे मंदिरों एवं तीर्थों के बाहर Clearly लगाए तो सब अच्छे से ये नियमों का पालन कर सकेंगे. अगर हमने कोई Basic Points में कोई बड़ा Point Skip कर दिया हो तो Comments में ज़रूर बताइएगा.

तो ये संक्षेप में थे 10 Points जो मंदिर में जाते वक्त ध्यान रखने चाहिए 

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