Prashant & Ayushi’s Wedding Story That Will Melt Your Heart | A Jain Wedding That Broke All Trends

एक ऐसी अनोखी शादी जिसमें लिया गया आजीवन ब्रह्मचर्य व्रत 😮

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By Jain Media 136 Views 13 Min Read

Big Fat Indian Wedding नहीं Jayana Yukt Indian Wedding

शादियों का Season चल रहा है. India में शादी यानी कि एक तरह से त्यौहार जैसा कह सकते हैं. Family, Friends, Relatives Etc का आना, मिलना-जुलना, खाना-पीना और खूब Enjoy करना. इस 2 या 3 दिन के Enjoyment के लिए लोग अपने जीवन भर की लाखों-करोड़ों की कमाई फूंक देते हैं क्योंकि शादी आजकल एक Status Symbol बन चुकी है. 

सीधी-साधी भारतीय रीती रिवाज के साथ होनेवाली शादी में अब Western Culture के Modern Trends शामिल होने लग गए हैं जिसमें Pre-Wedding Shoots, DJ Night, Fireworks, Carnival Haldi, Pool Party etc कई चीजें होती है. 

आर्य समाज में भी इन सभी का Craze बहुत बढ़ गया है. दुःख के साथ कहना पड़ रहा है लेकिन शादियों में अब शराब हुक्का घटिया हरकतें यह सब New Normal बनता जा रहा है. जयणा-जिसे धर्म की माता कहा गया है, धार्मिक लोग उसे शादी में भूलते जा रहे हैं और Modern Trends को Follow करने के चक्कर में प्रभु आज्ञा की यानी कि जयणा की धज्जिया उड़ा देते हैं. 

ऐसे माहोल में हाल ही में एक जैन श्रावक की शादी की कुछ Details हमें पता चली जो सभी के साथ Share करने जैसी लगी. दुनिया को जिनशासन का सार दिखानेवाली इस शादी के बारे में जानने के बाद शायद कई लोगों के विचार बदल जाएँगे. आज के जमाने में भी ऐसी शादियाँ हो सकती है क्या? ऐसा सोचने पर हम मजबूर हो जाएंगे.

तो बने रहिए इस Article के अंत तक. इस Article को उनके साथ ज़रूर Share कीजिएगा जिनके परिवार में शादी होनेवाली है, या फिर Planning चल रही है, हो सकता है उन्हें भी ऐसा कुछ करने की प्रेरणा मिले.

गुरु और मित्र बने Inspiration

सुश्रावक श्री प्रेमराजजी एवं उनकी धर्मपत्नी पुष्पाजी प्रेमराजजी चौरडिया के सुपुत्र परमपथ के नाम से Famous समर्पणम् परिवार के युवा प्रशांतजी जावरा के निवासी हैं. वर्ष 2023 तक वे Goa में रहते थे. उनका विवाह नीमच निवासी श्री प्रकाशजी जयाजी गांग की सुपुत्री आयुषीजी के साथ मध्यप्रदेश के जावरा शहर में 26th Nov 2024 को होना तय हुआ था. 

शादी से पहले प्रशांत भाई ने उनके गुरु यानी प.पू. मुनिराज श्री जिनागमरत्नविजयजी म.सा. को पूछा था कि वे शादी करनेवाले हैं तो सब कुछ किस तरह से होना चाहिए कि जिसमें उन्हें बहुत कम दोष लगे. 

मुनिराज श्री ने उन्हें कहा कि ‘प्रसंग इस प्रकार करना कि जिसमें जयणा का सूक्ष्म रूप से पालन हो और परमात्मा की महिमा बढ़े, ना कि खुद की यानी कि परमात्मा को Center of Attraction बनाना, खुद को नहीं.’ इस मार्गदर्शन को Follow करने से कुछ अनोखी घटनाएं घटी, वह हम कुछ ही देर में जानेंगे.

प्रशांत भाई उनकी शादी से 5 साल पहले यानी कि लगभग 2019 में उनके एक कल्याण मित्र गुजरात निवासी पक्षाल भाई कोरडिया की शादी में गए थे, जहाँ उन्होंने कुछ अद्भुत बातें देखी और उन्हें उनकी शादी में भी वैसा ही कुछ करने की प्रेरणा मिली. 

पक्षाल भाई के दिल में जिनशासन के प्रति इतना राग है कि वे जैनधर्म से जुडी छोटी से छोटी बात को भी बहुत गहराई से समझते हैं. जिनशासन की सेवा में बहुत कम उम्र में वे तत्पर रहे हैं और उन्होंने अनेकों क्षेत्रों में अपना योगदान दिया है. 

शादी के बाद पक्षाल भाई के घर गोदभराई का प्रसंग आया जिसमें उन्होंने परमात्मा की प्रतिमा को Live भराने का आयोजन किया जो कि अहमदाबाद के राजनगर के धर्मनिष्ठ लोगों के लिए एक Inspiration बना. 

प्रशांत भाई और पक्षाल भाई के साथ लगभग 350 युवान हैं, जो जिनशासन की सेवा में हमेशा Ready रहते हैं और अणुव्रत-नियम आदि के पालन में भी एकदम चुस्त है. तो प्रशांत भाई को पक्षाल भाई की शादी से प्रेरणा मिली थी.

आइए, अब जानते हैं प्रशांत भाई के शादी की कुछ अद्भुत और अनोखी Details. 

जयणा युक्त विवाह

‘अरे! शादी है भाई, 5 Star Grade खाना तो होना ही चाहिए. 40-50 Items से नीचे तो चलेगा ही नहीं, आखिर Status की बात है. चाट Counters, Live Counters, 10-15 तरह की मिठाइयाँ, 2-3 तरह के Deserts, Ice Cream, ये वो कचरा सब होना ही चाहिए, इज्जत की बात है.’ शादियों में आम तौर पर खाने के लिए ऐसी ही बातें सुनने को मिलती है. 

लेकिन प्रशांत भाई की शादी में Matter कुछ अलग था.  

  • इस शादी का पूरा आयोजन बिना किसी अभक्ष्य खाने-पीने के किया गया यानी No Bread, No अभक्ष्य Biscuit, No Butter, No Ice Cream etc. 
  • प्रशांत भाई ने शादी में रात्रिभोजन नहीं रखने का संकल्प किया था और सभी के आश्चर्य के बीच सम्पूर्ण शादी के दौरान रात्रिभोजन त्याग का सामूहिक रूप से सभी ने पालन करके प्रशांत भाई के संकल्प को सफल बनाया. इसके लिए मेहमानों की भी विशेष अनुमोदना.
  • आज के ज़माने में तो शादियों में Buffet System होता है जहाँ पर मेहमानों भोजन के लिए हाथ आगे करने पड़ते हैं, कई बार भीख मांगनी पड़ती है, लेकिन प्रशांत भाई की शादी में प्रभु के आदेश का ठीक से पालन हो सके इसलिए शादी में आए हुए सभी मेहमानों को बैठाकर ही खाना खिलाने की व्यवस्था की गई. 

भोजन की व्यवस्था के अलावा भी शादी में हर छोटी बड़ी चीज़ में जयणा का पूर्ण रूप से पालन हो उसका पूरा प्रयास किया गया और प्रभु आज्ञा का उल्लंघन ना हो उसके लिए सतर्कता भी रखी गई जैसे कि Cake Cutting, Fireworks या अन्य किसी तरह की Couple Entry, Couple Dance, Paper Party Poppers आदि जैसी कोई भी अनुचित चीज़ ना हो उसका पूर्ण रूप से ध्यान रखा गया. 

प्रभु की साक्षी में शादी 

शादीवाले दिन सुबह आयुषी बहन और प्रशांत भाई ने सर्वप्रथम परमात्मा की भव्य स्नात्रपूजा, शक्रस्तव और अष्टप्रकारी पूजा की और सर्व मंगलकारी ऐसा आयंबिल तप किया. 

जैन विधि से विवाह करते हुए परमात्मा की प्रतिमा की साक्षी में संपूर्ण विवाह समारोह रखा गया और अपने वैवाहिक जीवन की शुरुवात अद्भुत भावनाओं के साथ इस प्रसंग को भगवान के चरणों में समर्पित करते हुए की. 

प्रभु प्रगटीकरण

हमने कुछ देर पहले जाना था कि पूज्य मुनिराज श्री जिनागमरत्नविजयजी म.सा. ने प्रशांत भाई को विवाह प्रसंग कैसा होना चाहिए? वह बताया था. मुनिराजश्री की प्रेरणा से प्रशांत भाई के मन में खयाल आया कि वे शादी के एक रात पहले Ground में प्रभु भक्ति का आयोजन करें लेकिन उसमें उन्हें तो Stage पर बैठना पड़ेगा और कहीं ना कहीं वे Center of Attraction बनेंगे ही. 

इसलिए प्रभु भक्ति का इस तरह आयोजन Possible नहीं हो पा रहा था. लेकिन देव-गुरु-धर्म की असीम कृपा से प्रशांत भाई के मन में परमात्मा की प्रतिमा भराने का विचार आया, जिसमें परमात्मा ही एक मात्र Center of Attraction रहेंगे और बाकी सभी लोग यह प्रतिमा के प्रगटीकरण का Process देखने के लिए नीचे बैठेंगे. 

जैसा प्रशांत भाई ने सोचा था, ठीक वैसा ही हुआ. शादी से एक रात पहले DJ Night, Dandiya या फिर Sangeet के Program के बजाय तीन लोक के नाथ परमात्मा की प्रतिमा को LIVE भरवाने का भव्य आयोजन रखा गया जिसमें Famous Singers जतिन भाई बीद, भावेश भाई सुमरिया और शैल भाई शाह ने अपने मधुर संगीत के साथ और भाविक भाई मेहता ने अद्भुत संवेदनाओं के साथ सभी को परमात्मा के रंग में रंग दिया. 

इस आयोजन के दौरान ऐसा लग ही नहीं रहा था कि इतने लोगों में प्रशांत भाई दुल्हे हैं या उनका विवाह का प्रसंग है. सभी लोग परमात्मा को निहारने में ही व्यस्त हो चुके थे. खुद को Side में रखकर परमात्मा को Importance देने का यह अनूठा मार्ग पू. गुरु भगवंत के माध्यम से प्रशांत भाई को मिला था. 

शादी में लिए गए अद्भुत संकल्प

प्रभु प्रगटीकरण की शुभ धारा में बहते हुए, भराई हुई परमात्मा की इस प्रतिमा की जब तक अंजनशलाका और प्रतिष्ठा नहीं हो जाती, तब तक प्रशांत भाई ने मूल से सभी मिठाइयों का और आयुषी बहन ने ज़्यादातर मिठाइयों का त्याग किया. 

इतना ही नहीं, एक बड़ा आश्चर्य तब हुआ जब प्रशांत भाई के बड़े भाई प्रतीकजी और भाभी अंकिताजी ने भावों की इस शुभ धारा में शामिल होते हुए कम उम्र में ही जीवनभर के लिए चतुर्थ व्रत यानी ब्रह्मचर्य व्रत ग्रहण किया. सिर्फ इतना ही नहीं, इसके साथ साथ उन्होंने आजीवन के लिए रात्रिभोजन और कंदमूल के त्याग का संकल्प किया. 

जानकारी के लिए बता दें कि प्रशांत भाई के बड़े भैया प्रतिक भाई Goa में रहते हैं. Goa. Goa की Lifestyle के बारे में तो लगभग हम सभी जानते हैं लेकिन ऐसी Lifestyle में रहकर भी प्रतिक भाई एवं उनके श्राविका ने ब्रह्मचर्य व्रत आदि संकल्पों को सहज रूप से स्वीकार किया. 

परिवार के लोगों एवं रिश्तेदारों के अलावा ऐसे कई जैन और Non-Jain मेहमान भी थे जिन्होंने इस अनूठे आयोजन को सफल बनाने में अपना योगदान दिया. अदिति अरोरा नामक एक 24 साल के जन्म से जैनेत्तर बहन ने रात्रीभोजन त्याग का नियम लिया और साथ ही कई लोगों ने आजीवन रात्रिभोजन त्याग आदि अन्य कई छोटे बड़े नियम लिए. 

शादी में लोग अपनी प्रतिज्ञाएँ, अपने Basic सिद्धांत तक भूल जाते हैं और इधर एक शादी के निमित्त अनेकों प्रतिज्ञाएँ ली गई, ब्रह्मचर्य व्रत लिया गया. आज के काल में यह कोई चमत्कार से कम नहीं है! 

Life After Marriage

आज के 21st Century के Modern जमाने के युवा प्रशांत भाई और आयुषी बहन ने जिनाज्ञा का अद्भुत रूप से पालन करते हुए अपने Special Day को परमात्मा की साक्षी में और भी Special बनाया और अपनी Married Life की शुरुवात की, इतना ही नहीं शादी के बाद भी परमात्मा भक्ति का राग अटूट है. 

प्रशांत भाई और आयुषी बहन का Daily का परमात्मा का शक्रस्तव और अष्टप्रकारी पूरा का नियम है जो वे अभी भी कर रहे हैं, शादी के बाद भी. जी हाँ! शादी के बाद सबसे पहले उन्होंने पालीताणा आदि 11 शाश्वत एवं प्राचीन तीर्थों की तीर्थयात्रा की. ये भी अपने आप में बहुत बड़ी बात है. शादी के लिए इससे अच्छा मंगल और क्या हो सकता है?

इन दोनों की खूब खूब अनुमोदना, जितनी अनुमोदना की जाए उतनी कम है. लेकिन इनसे ज्यादा इनके परिवार की अनुमोदना करने जैसी है, क्योंकि सामाजिक Pressure किस तरफ जा रहा है हम जानते हैं, हमें सब कुछ पता है लेकिन दोनों परिवारों ने जो कार्य किया है वह शायद कई लोगों के लिए Inspiration बनेगा, आदर्शरूप बनेगा.

जिस समय में लोग Hotel, Resorts, Parties, और Destination Weddings जैसे Trends को बढ़ावा देने से कतराते नहीं हैं, जिस समय में लोग शादियों में अपने धर्म को भूल जाते हैं, प्रतिज्ञाएँ भूल जाते हैं, सिद्धांत भूल जाते हैं, जयणा भूल जाते हैं, अहिंसा तक भूल जाते हैं. 

ऐसे समय में प्रशांत भाई जैसे सुश्रावक और आयुषी बहन जैसी सुश्राविकाए भी है, जो शादी में भी धर्म को Priority पर रखते हैं, परमात्मा को Priority पर रखते हैं और वही सबसे बड़ा आनंद का विषय हम सभी के लिए बनता है. 

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