These Girls Are Doing Wonders
गच्छाधिपति प.पू. आचार्य भगवंत श्रीमद् विजय राजेन्द्रसूरीश्वरजी म.सा. के आशीर्वाद से उनके समुदायवर्तिनी एवं बेंगलुरु के रत्ना प.पू. साध्वीजी भगवंत श्री संस्कारनिधिश्रीजी म.सा. की पावन प्रेरणा से वर्ष 2022 में श्री संभव वीर कन्या Group, Bengaluru शुरू किया गया था..
Currently 220 बालिकाओं का यह Group आखिर ऐसा क्या अद्भुत कार्य रहा है आइए जानते हैं इस Article में, बने रहिए इस Article के अंत तक.
Shri Sambhav Veer Kanya Group, Bengaluru – यह जैन बालिकाओं का एक Group है जो कि श्री आदिनाथ जैन श्वेताम्बर संघ, चिकपेट एवं श्री संभवनाथ जैन मंदिर, VV Puram के तत्वावधान में अपनी सेवा दे रहा है.
इस Group का संचालन श्री संघ के पदाधिकारी एवं श्री संभवनाथ मंदिर कमिटी और विक्रम गुरुजी एवं राजेश भाई परमार द्वारा किया जा रहा हे. आइए जानते हैं इनके अद्भुत कार्यों की कुछ Details. वैसे ग्रुप से जुड़ने के बाद कुछ बालिकाओं ने अपने Experiences Share किए है जानने के लिए अंत तक Article ko पढना होगा.
1. इस Group का Main कार्य पूज्य साध्वीजी भगवंतों को विहार सेवा देने का है. इस Group द्वारा प्रभु आज्ञा को Follow करने का प्रयास किया जाता है और लगभग 6 बजे से पहले विहार शुरू नहीं किया जाता है.
बालिकाएं अलग अलग Groups में Divide होकर लगभग 7 KM जितने विहार में सेवा देते हैं. वर्ष 2022 से 2025 में अभी तक, इस Group द्वारा 272 बार विहार सेवा दी गई है जिसमें लगभग 1 हजार 229 KM जितना Distance Cover किया गया है.
वृद्ध या ग्लान साध्वीजी भगवंतों की Wheelchair आदि भी ये बालिकाएं स्वयं ही विहार के दौरान चलाती हैं. पढ़ी लिखी, Graduates, सुखी संपन्न घराने से आती बालिकाएं बहुत भक्तिभाव से विहार सेवा देती है.
2. यदि कोई साध्वीजी भगवंत किसी कारणवश Hospital में Admit हों तो ये बालिकाएं लंबे समय तक पूज्य साध्वीजी भगवंत के पास रूककर उनकी वैयावच्च का, आवश्यकताओं का पूरा ध्यान रखती है.
हाल ही में Bengaluru में श्रमणी गणनायक, तार्किक शिरोमणि प.पू. आचार्य भगवंत श्रीमद् विजय अभयशेखरसूरीश्वरजी म.सा. द्वारा 15 दिन तक वाचना का आयोजन किया गया था जिसमें लगभग 150 साध्वीजी भगवंत उपस्थित थे.
इस Group की बालिकाओं ने इन 15 दिनों के दौरान साध्वीजी भगवंतों की वैयावच्च का संपूर्ण लाभ लिया. हमें यह जानकर आश्चर्य होगा कि इस Group की बालिकाओं ने आपस में Contribution करके लगभग 2 लाख रुपयों का उजमणा किया है.
सुनने में बात बहुत सामान्य लग रही होगी लेकिन ऐसे सोचने जाए तो आज के समय में बहुत बड़ी बात है.
3. इस ग्रुप की बालिकाएं हर साल चौमासे के पहले सभी उपाश्रयों में जाकर पूज्य साध्वीजी भगवंतों की दवाइयां आदि जरुरत के हिसाब से उन्हें वहोराकर वैयावच्च का सुंदर कार्य कर रहे हैं. यह कार्य तो हर श्राविका के करने जैसा है.
4. आइए जानते हैं इस Group की बालिकाओं के कुछ अनुभव.
प्रियांशी बहन सुजानी
मैं एक Working Professional हूं, तो मुझे कभी इतना वक्त नहीं मिलता कि मैं अपने Doubts साहेबजी के पास जाकर Clear सकूं लेकिन यह विहार सेवा मेरे लिए पूज्य साध्वीजी भगवंत के साथ One to One Sessions का अवसर है, जहाँ कोई भीड़ या Disturbance नहीं होता और मुझे मेरे सवालों के जवाब सहजता से मिल जाते हैं.
सुबह के थोड़ी देर के विहार से मेरा पूरा दिन बदल जाता है. आज मैं दिल से कह सकती हूं कि विहार ने मुझे बदल दिया है. यह मेरे लिए एक Journey नहीं बल्कि मेरी Life का सबसे बड़ा Gift है.
Vihar is not just about the road we walk, it’s about the Lessons we carry for Life
भाविका बहन सालेचा
इस Group में जुड़ने के बाद हम सबको चारित्र के बारे में थोड़ी Knowledge मिली. हमारी Lifestyle में बहुत बदलाव आए हैं जैसे कि रोज के छोटे – छोटे नियम जो हमें पाप करने से रोकते हैं और पुण्य को बढ़ावा देते हैं.
Mainly हमें जिनशासन और जैनधर्म को चलाने वाले गुरु भगवंतो की सेवा करने का मौका मिलता है. इसका सारा Credit Rajesh Uncle और इस Group के Volunteer Girls को जाता है.’
जयना बहन पालगोता चौहान
पहले लड़कियों को विहार करने का मौका नहीं मिलता था लेकिन Shri Sambhav Veer Kanya Group के माध्यम से हमें कई विहार करने का अवसर मिल रहा है.
जो लोग पहले कभी महात्मा के पास वंदन के लिए भी नहीं जाते थे, वे भी इस Group के माध्यम से गुरु भगवंत से मिलते हैं और नई चीज़े सीख पाते हैं. इस Group के माध्यम से हम श्राविका होने का कर्तव्य निभा रहे हैं और यह हमारे जीवन का एक परिवर्तनकारी अनुभव है.
Shri Sambhav Veer Kanya Group द्वारा हो रहे गुरु भक्ति के इस अद्भुत कार्य के लिए वर्ष 2023 में उन्हें Bharatiya Jain Sangathan (BJS), Karnataka द्वारा Certificate Of Appreciation से सम्मानित किया गया था.
माँ अथवा दादी के द्वारा उठाने पर भी 8-8 बजे तक भी नहीं उठनेवाली 15-25 वर्ष की Teenagers को, युवतियों को सुबह की मीठी-मीठी नींद को त्यागकर 6.00 बजे पूज्य साध्वीजी भगवंतों के साथ पैदल विहार करते हुए आज के इस मौजशौक वाले युग में देखना, यह किसी आश्चर्य से कम नहीं है.
जिन पढ़ी-लिखी कन्याओं को घर पर शायद पानी का एक ग्लास भी उठाने की ज़रूरत नहीं पड़ती हो, वे जब पूज्य साध्वीजी भगवंतों की Wheelchair खुद चलाती है, और इस बात की उन्हें बेहद ख़ुशी एवं आनंद हो, यह सुनकर तो इन वीर कन्याओं की जितनी अनुमोदना की जाए उतनी कम है.
यह Group ऐसे देखा जाए तो बेंगलुरु का है तो वहां के Group की बात Jain Media पर क्यों की जा रही है? तो इसका कारण यह है कि लगभग हर शहर के हर संघ में बालिकाओं के, युवतियों के अलग अलग मंडल अथवा Groups तो होते ही हैं.
लेकिन कहाँ से और कैसे इस तरह के गुरु भक्ति के कार्य किए जा सकते हैं, वो पता नहीं होने के कारण वे आगे नहीं बढ़ पाती हैं अथवा क्रियाओं तक सीमित रह जाते हैं. इस तरह के Groups यदि सभी संघों में बनते हैं तो पूज्य साध्वीजी भगवंतों की अच्छे से सेवा की जा सकती है, भक्ति की जा सकती है.
पूज्य साध्वीजी भगवंतों की Health के Related Queries हो तो वे श्राविका बहनें ही अच्छे समझ पाएगी और ऐसे में इस तरह के Groups अगर हर संघ में हो तो पूज्य साध्वीजी भगवंतों को क्या Health Issues है यह बताने में ज़रा भी संकोच नहीं होगा.
सभी श्राविकाओं को गंभीरता से इस बात को समझना होगा. भागदौड़ वाली, भटकने और भटकाने वाली इसी दुनिया में रहकर भी यह आज के युव की ही बालिकाएं ऐसा कार्य कर रही है यह जानकर अत्यंत ख़ुशी होती है.
“प्रभु का शासन जयवंत है”