कौन है हमारे परिवार का दुश्मन?
अगर कोई हमें आकर कहे कि हमारे परिवार को ख़त्म करने के लिए कोई आ रहा है तो हम क्या करेंगे? क्या चुप बैठेंगे? या घर पर जो चीज़ें मौजूद हो उन्हें Weapons के रूप में Use करने के लिए तैयार हो जायेंगे? बिलकुल तैयार हो जाएंगे, Right? लेकिन अगर वो दुश्मन घर पर ही मौजूद हो तो?
जी हाँ! हम Smart Phones की बात कर रहे हैं.
अगर आप चाहते हैं कि आपका परिवार Safe हो जाए तो आपको यह Article अंत तक पढना होगा. Web Virti Episode 03 में आपका स्वागत है.
एक बार एक School में बच्चों को Mobile Phone पर Essay लिखने के लिए कहा गया. अगले दिन सभी बच्चे Essay लिखकर लाए और Teacher को अपनी अपनी Note Books Submit कर दी. Teacher ने जब घर जाकर बच्चों के लिखे हुए Essay Check किए तब एक बच्चे ने लिखा था कि :
मेरे माता पिता मुझसे ज्यादा Importance Mobile Phone को देते हैं. Mobile के साथ ही अपना Maximum Time Spend करते हैं. मुझे ऐसा लगता है कि मैं नहीं-Mobile ही उनका बेटा है, क्योंकि रात में भी Mobile को ही अपने करीब रखते हैं, मेरे लिए तो उनके पास समय ही नहीं है, काश मैं Mobile Phone होता तो कितना मज़ा आता!
Teacher ने Essay Check किया तो उसकी आँखों से आंसू बहने लगे तो Teacher के पति ने पूछा कि ‘तुम रो क्यों रही हो?’ तब Teacher ने पूरा Essay पढ़कर सुनाया. पति ने कहा ठीक है, बात सही है लेकिन इसमें रोनेवाली बात क्या है? Teacher ने कहा कि ‘जिसने यह Essay लिखा है वो अपना ही बेटा है!’ वो पिता अपना सर पकड़कर बैठ गया.
आजकल घरों में इंसानों से ज्यादा Mobile Phones से रिश्ता गहरा होता जा रहा है. खैर,
Digital Media के इस जमाने में जहाँ माता-पिता, बच्चे, पति-पत्नी सभी के पास Mobile Phone का Usage Excessive होता है, वहां पर परिवार में अक्सर समय को लेकर Fights होती रहती है. कभी बच्चों की शिकायत होती है कि माता पिता उन्हें समय नहीं देते, तो कभी माता पिता की बच्चों से शिकायत होती है कि वे उन्हें समय नहीं देते और पति-पत्नी के बीच तो अक्सर इस चीज़ को लेकर तकरार चलती ही रहती है.
समय की कमी वह Actual में समस्या नहीं है, बल्कि समय को गलत जगह पर देना वो Actual में Problem है.
University of California की एक बड़ी Professor Robin Nabi द्वारा एक Study Publish की गई जिसमें बताया गया कि बच्चों के सामने Mobile Phones पर ज्यादा समय बितानेवाले माता पिता को सिर्फ देखने से बच्चों की Emotional Intelligence पर क्या असर पड़ता है.
Note : Emotional Intelligence यानी वह Ability जिससे बच्चे आगे चलकर Decisions लेने के काबिल बनते हैं.
5 से 12 साल तक के बच्चों के 400 माता-पिता का Survey किया गया जिससे पता चला कि जब माता पिता बच्चों के सामने Phones Use करते हैं तब वे बच्चों की किसी भी बात का Response नहीं दे पाते जिसकी वजह से बच्चे, माता-पिता से Connect नहीं हो पाते हैं.
माता पिता को लंबे समय तक Phone में Emotionless चेहरे के साथ देखते रहने से बच्चों के मन में भी Emotions की कमी आती है, जिसकी वजह से आगे चलकर Depression जैसी Conditions बच्चों के लिए Easy बन जाती है.
माता पिता से जब बच्चों को समय नहीं मिलता तब वे अपना ज्यादातर समय दोस्तों के साथ बिताते हैं और ऐसे में गलत संगती-बुरी आदतों का शिकार बनना बहुत आसन बन जाता है. फिर आगे चलकर जब गंदी आदतों का भांडा फूटता है तब माँ-बाप पछताते हैं कि ‘हमारा बच्चा ऐसा है-वैसा है.’
एक News Report के अनुसार 2021 में Indore, MP की एक घटना सामने आई थी जिसमें एक 21 साल की लड़की और उसके 8 साल के भाई ने अपने माता पिता के खिलाफ Police Complaint की थी कि ‘माता पिता उन्हें Phone देखने से रोकते हैं.’ बच्चों ने माता-पिता के साथ रहना भी छोड़ दिया.
एक News Report के अनुसार, कुछ समय पहले एक महिला ने Abhayam नामक गुजरात की एक Women Helpline पर Call करके कहा कि ‘मुझे बचाओ, मेरे पति मेरे साथ बुरा व्यवहार कर रहे हैं.’ जब Helpline Members वहां पहुंचे तो पता चला कि पति पत्नी के बीच Mobile Phone को लेकर झगडा हुआ था.
पति दिन में अधिकांश समय Phone पर ही बिताता था जिससे पत्नी को शक हुआ और वह पूरी रात पति के Phone को Check करती रही. इस विवाद को लेकर दोनों में भयंकर झगडा हो गया और Helpline पर Call करने तक की नौबत आ गई.
Abhayam Helpline के अनुसार पिछले 5 साल में Excessive Mobile Phone Usage के कारण पति पत्नी में झगडे के Cases 2.5 गुना बढ़ गए हैं.
2022 में Publish की गई एक Study के अनुसार India के 88% Married लोगों ने यह स्वीकार किया है कि Mobile Phone का Usage उनकी Married Life को Weak बना रहा है. 70% लोगों का ऐसा मानना है कि Online Content देखने के दौरान उनके Partner द्वारा टोके जाने पर वे Irritate हो जाते हैं.
69% लोगों का ऐसा मानना है कि Web Series-OTT Platforms आदि Online Content में Excessively Indulge होने के कारण वे अपने जीवनसाथी के साथ बातचीत करने में Interested नहीं रहते हैं. Mobile Phone का Addiction सिर्फ Married Life नहीं बल्कि पूरे परिवार को बर्बाद कर सकता है.
खासकर गंदगी देखने का Addiction पूरा जीवन तबाह कर सकता है. इतना ही नहीं, आस पास में रह रही महिलाओं की, छोटी छोटी बच्चियों Safety भी Risk पर आ जाती है. OTT Platforms और Adult Content वाली Websites इसी Addiction का फयदा उठाती है और इतना गंदा एवं अश्लील Content परोसा जाता है जिसे एक बार देखने के बाद व्यक्ति छोड़ ही ना पाए.
शुरुआत में हमने कहा था “परिवार का दुश्मन” वो ऐसे ही नहीं कहा था!
ऐसे तो Phone का Addiction किसी भी तरह से Dangerous है लेकिन हमारा Focus फिलहाल OTT Platforms और Adult Content पर है. इसके कारण Family, Married Life, Character etc सब कुछ Risk पर आ चुका है.
इन सभी से बचने के लिए एक मात्र उपाय है – Web Virti
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