Shri Rishabh Balika Mandal : Where Devotion Meets Direction.
एक ऐसा मंडल जिसने अनेकों लड़कियों की ज़िंदगी बदल दी…
एक धर्मनिष्ठ बहन ने किसी भी Situation में Abortion नहीं करवाने का नियम लिया था. जब वह बहन 5 Months Pregnant थीं, तब Doctor ने उन्हें बताया कि बच्चे में कुछ Problem है जिस कारण से Abortion करवाना पड़ेगा, लेकिन वह बहन, अपने लिए हुए नियम में दृढ़ थीं.
उन्होंने परमात्मा पर श्रद्धा रखी और Abortion नहीं करवाया.
कुछ समय बाद वह बहन ने एक बेटी को जन्म दिया और जन्म के सिर्फ़ 33 दिनों बाद उस बच्ची ने नवकार मंत्र सुनते-सुनते, प्रभु को देखकर मुस्कुराते हुए अपनी आख़िरी सांस ली. यह कोई साधारण घटना नहीं है.
एक होता है जीव को गर्भ में मार देना, और एक होता है ऐसे जीव को भी जन्म देकर नवकार मंत्र सुनने का सौभाग्य देना. दोनों में ज़मीन आसमान का फर्क है. ऐसी घटनाएं सिर्फ चमत्कार नहीं, श्रद्धा और संस्कार की मिसाल होती हैं.
यह सत्त्वशाली बहन श्री ऋषभ बालिका मंडल की एक Member हैं-जहाँ पर ऐसे Strong संकल्प लिए और निभाए जाते हैं.
एक बार श्री ऋषभ बालिका मंडल ने पूज्य गच्छाधिपति श्री उदयप्रभसूरीश्वरजी म.सा. जो उस समय पंन्यास जी भगवंत की अवस्था में थे, उनकी प्रेरणा से सभी बालिकाओं को ब्रह्मचर्य का नियम दिया था-जिसमें ऐसा था कि दीक्षा लो तो Best, वरना जब तक शादी ना हो तब तक Strictly ब्रह्मचर्य Follow करना है.
उस सभा में एक बहन जो RBM के Member थे उनका एक 20 वर्ष का बेटा भी वहां मौजूद था, वह बेटे ने भी यह नियम लिया. 6 महीने बाद अचानक कुछ कारण से उस भाई की तबियत बिगड़ गई और उनके सभी Organs Fail हो गए.
कुछ ही समय में वह भाई का निधन हो गया लेकिन उनकी माँ यानी मंडल के उन बहन को यह संतोष था कि उनके बेटे ने ब्रह्मचर्य व्रत लिया था और इस महान व्रत में उसकी मृत्यु होने से लगभग सद्गति निश्चित है.
ऐसे तो और भी कई अद्भुत अनुभव श्री ऋषभ बालिका मंडल, चेन्नई के Members के साथ हुए हैं. आइए जानते हैं. बने रहिए इस Article के अंत तक.
Astonishing Experiences
श्री ऋषभ बालिका मंडल (RBM) अपने हर Member के मन में तीर्थंकर परमात्मा के प्रति अटूट श्रद्धा स्थापित करने का अद्भुत कार्य करता है. एक बार हरिद्वार में प्रतिष्ठा के दौरान Program करवाने के लिए इस मंडल से 10 बालिकाएं गई थी.
उस समय उन सभी बालिकाओं के 10th के Board Exams नजदीक थे, लेकिन फिर भी परमात्मा पर अटूट श्रद्धा होने से वो प्रतिष्ठा के Program में शामिल हुई और बाद में सभी लडकियां अच्छे Grades के साथ Pass भी हुईं.
एक बहन के 12th के Board Exams चल रहे थे. Exam वाले दिन वो बहन Early Morning मंडल द्वारा आयोजित एक पूजा में शामिल हुए और वापस घर आकर Board Exam लिखने गए और वो बहन भी Top Grades के साथ Pass हुए.
प्रभु के प्रति लगन और श्रद्धा हो तो हर मुश्किल काम भी आसान और सहज बन जाता है.
इस मंडल का सबसे Important और Compulsory Rule है-प्रभु आज्ञा. जब भी मंडल के Members कोई प्रसंग आदि के लिए Out of Station जाते हैं तो सभी Age Group की लड़कियों को रात्री भोजन का सम्पूर्ण त्याग करना अनिवार्य होता है.
प्रभु पूजा Daily करना अनिवार्य होता है और इस मंडल की कोई भी लड़की बिना सर ढके या बिंदी लगाए मंदिर में प्रवेश नहीं करती. जी हाँ. यह हम आज के समय की ही बात कर रहे हैं.
RBM के एक बहन ने अपना Shocking Experience बताया.
वे इस मंडल के साथ 25 वर्षों से जुड़े हुए हैं. वह बहन ने मंडल से बहुत कुछ सीखा है, जैसे Event Management, Time Management और शंख बजाना. जब उन्होंने शंख बजाना सीखा, उस समय उन्हें धूल से Allergy वाला Asthma था.
शंख बजाने के कारण अब पिछले 10 साल से उन्हें Asthma का Attack नहीं आया है. Doctors को भी आश्चर्य था कि Asthma के Patient होकर यह शंख कैसे बजा सकते हैं? शायद यह देव गुरु धर्म का चमत्कार ही है. शादी के बाद यह बहन दूसरे शहर गए और वहां पर लगभग 50+ विद्यार्थियों को वह बहन ने शंखनाद सिखाया होगा.
एक बहन तो शादी के बाद दूसरे शहर जाने के बाद अभी भी इस मंडल की Member है और उनके ससुराल से भी जितना हो सकता है, उतना मंडल के कार्यों में सहयोग करने का प्रयास करती है. सही Work From Home या शायद Work From ससुराल तो यह बहन कर रहे हैं ऐसा लग रहा है.
Currently मंडल में एक और बहन है, जो पिछले 10 साल से इस मंडल की Member हैं. जब वे मंडल में आई थीं, तब उन्हें धर्म में कोई रूचि नहीं थी लेकिन वे मंडल के जयणा Department से जुड़ीं.
उन्होंने धीरे-धीरे खुद को देव, गुरु और शासन के प्रति समर्पित किया, इसी समर्पण ने उन्हें RBM की Lead Singer बना दिया और आश्चर्य यह हुआ कि कभी उपवास नहीं करनेवाली वह बहन ने हाल ही में उनका वर्षीतप पूर्ण किया है.
Practical Implementation
RBM की एक बहुत ही महत्त्वपूर्ण और अद्भुत बात यहाँ जानने जैसी है कि अभी तक इस मंडल से 30 बहनों ने प्रभु महावीर का वेश धारण किया है यानी दीक्षा ग्रहण की है और लगभग 5-6 बालिकाएं अभी गुरुकुलवास में Training में भी हैं.
इसी मंडल से 31वीं दीक्षा June 2025 में होगी. RBM में जहाँ 30+ लड़कियों ने दीक्षा ली है, वहीँ कई लडकियां अपना Successful Career बनाकर India की अलग अलग Cities में Well Settled भी हैं और वहां भी मंडल द्वारा दिए गए संस्कारों का पालन कर रही हैं. आइए 2 बहनों के अद्भुत अनुभव जानते हैं.
विदेश में भी संस्कारों की महक
एक बहन जो RBM के Member थे, उनकी शादी हुई, वे और उनके Husband किसी कारणवश USA Shift हो गए. वह बहन के Family Members को यह चिंता थी कि USA जैसे देश में वो किस तरह धर्म का पालन कर पाएंगे, धर्म से किस तरह जुड़े रहेंगे और वो अपने बच्चों को आर्य संस्कृति के हिसाब से किस तरह बड़ा कर पाएंगी.
लेकिन जो संस्कार उन्हें RBM द्वारा मिले थे, उसका उन्होंने USA में भी पालन किया जैसे आजीवन कंदमूल त्याग, पर्व तिथियों का पालन, तपस्या-क्रिया में आगे बढना, गाथा याद करना इत्यादि, साथ ही उन्होंने यह ही संस्कारों का सिंचन अपने बच्चों में USA में रहते हुए भी किया.
आज उनके बच्चे USA में रहते हुए भी चुस्त रूप से धर्म का पालन करते हैं. इन सभी बातों का Credit वे RBM को देती हैं. उनका कहना है कि अगर धर्म के प्रति मेरी श्रद्धा मंडल द्वारा दृढ़ नहीं हुई होती, मंडल द्वारा मुझे वो संस्कार नहीं मिले होते तो मैं आज अपने बच्चों को भी यह संस्कार नहीं दे पाती.
RBM के एक और बहन का अद्भुत Experience.
जब उन्होंने ऋषभ बालिका मंडल Join किया था, तब उन्हें 2 Rules का Strictly पालन करने के लिए कहा गया था और वो Rules थे 1. रोज़ मंदिर जाना और 2. माता पिता को प्रणाम करना.
मंडल में इन दोनों Rules को आज भी बहुत Strictly Follow करवाया जाता हैं और इसलिए वे भी इन Rules को Daily Follow करती थी और यही Rules आगे जाकर उन्होंने अपने बच्चों को भी Follow करवाए.
जब उनकी शादी हुई थी तब उनके ससुरालवाले धर्म से ज्यादा जुड़े हुए नहीं थे लेकिन शादी के बाद सभी अच्छी तरह से धर्म से जुड़े और अब उस घर का हर Member Daily मंदिर जाता है. उनकी 4 साल की बेटी Daily घाघरा ओढना पहनकर, सर ढककर ही प्रभु पूजा करती है.
उनके बच्चों को इस छोटी उम्र में भी पता है कि मंदिर में Western Culture के कपडे नहीं पहने जाते. उन्होंने RBM मंडल के Head रमिला दीदी से मंडल में यह बात सीखी थी कि हमें Life में दो चीजों के प्रति हमेशा Grateful रहना चाहिए :
1. हमें जो जैनधर्म मिला उसके प्रति और
2. हमें जो उपकारी माता पिता मिले उनके प्रति
यही बात उन्होंने अपने और अपने बच्चों के जीवन में उतारी. English में एक बहुत Famous Quote है You Educate A Man, You Educate A Man..
You Educate A Woman, You Educate A GenerationFamous English Quote By Brigham Young
RBM Members के Experiences और यह Quote एक दम Match होता है.
RBM : A Finishing School Of Life
RBM सिर्फ धार्मिक वातावरण में लड़कियों को जोड़ने का एक साधन ही नहीं बल्कि एक ऐसा Platform है, जहाँ बालिकाएं और युवतियां अपने Future को बेहतर तरीके से Design कर सकती हैं.
RBM उन सभी जैन बहनों के लिए एक ऐसा मंच है, जहाँ वे अपने Talents को पहचानकर, अपनी Skills को, Personality को Develop कर सकती हैं.
RBM के एक बहन बताते हैं कि ‘शुरू-शुरू में मुझे मंडल जाना ज़रा भी पसंद नहीं था लेकिन मुझे क्या पता था कि यह जगह मेरी ज़िंदगी की सबसे बड़ी पाठशाला बन जाएगी.’ RBM में उन्होंने जो सीखा, वो सिर्फ धर्म तक Limited नहीं था.
मंडल से उन्होंने ऐसा काफी कुछ सीखा-जो एक लड़की को Strong, Independent और Confident इंसान बनने के लिए ज़रूरी होता है. उन्होंने मंडल में Personality Development, Script Writing, Time Management, Anchoring आदि बहुत कुछ सीखा.
एक बार मंडल के Annual Day के दौरान अन्य Members को Drama Performance के लिए Ready करने की उनकी Duty थी… उस समय वे सुबह में Office जाने से पहले रमीला दीदी के यहाँ Script Prepare करने जाती थी, वहाँ से Office, Again Office से सीधा मंडल और फिर मंडल से घर.
इस पूरे Process के दौरान उन्होंने जो Time Management सीखा, वह शायद ही कोई दूसरा Course उन्हें सिखा पाता. Currently जब शादी के बाद वे ससुराल आई और वहां कई Programs में Hosting, Drama Performance किए और Ready करवाए तब उनका मन आनंद से भर गया.
उनका कहना है कि ‘यह सब कुछ सिर्फ श्री ऋषभ बालिका मंडल के कारण Possible हो पाया. मंडल में एक Mentor की तरह रमीला दीदी ने मेरे Talent से मेरी पहचान करवाई.’ ऐसे तो कई Extraordinary Events और Experiences इस मंडल के कई सदस्यों के साथ हुए हैं.
What is RBM?
श्री ऋषभ बालिका मंडल, चेन्नई-यह केवल एक संगठन नहीं बल्कि श्रद्धा, सेवा और संस्कारों का एक अनूठा संगम है, जिसकी स्थापना वर्ष 1989 में न्याय विषारद प. पू. आचार्य भगवंत श्रीमद् विजय भुवनभानुसूरीश्वरजी महाराज साहेब के समुदाय के पूज्य साध्वीजी भगवंत श्री अनंतकीर्तिश्रीजी म.सा. की निश्रा में और पंडित कुंवरजी भाई दोषीजी के मार्गदर्शन में हुई थी.
RBM की शुरुआत चेन्नई के श्री वर्धमान जैन तत्त्वज्ञान पाठशाला के अंतर्गत हुई थी और आगे चलकर यह मंडल स्वतंत्र रूप से कार्य करने लगा.
पिछले 35 वर्षों से सुश्राविका रमिला बहन लुंकड़ इस मंडल का संचालन कर रही हैं-न केवल नेतृत्व के रूप में, बल्कि एक सच्चे मार्गदर्शक, प्रेरक और माँ समान Mentor के रूप में. वे इस मंडल की Backbone है ऐसा कह सकते हैं.
सेवा रत्न रमिला बहन के इस अद्भुत सत्त्वशाली शासन समर्पण के लिए वर्ष 2022 में उन्हें ‘शासन ज्योति-कला साम्राज्ञी’ की पदवी दी गई थी.
श्री ऋषभ बालिका मंडल का Main Motive उद्देश्य है-‘जिनशासन की नारी संस्कारी बने, धर्म के प्रति समर्पित बने और जिनशासन से सदैव जुड़ी रहे.’ और इसी उद्देश्य के साथ RBM की शुरुवात 50 Members के साथ हुई थी और आज इस मंडल में 300 Active Members हैं.
यह एक ऐसा अनोखा महिला मंडल है जहाँ 5 से लेकर 50 वर्ष तक के सभी Age Group की बालिकाएं, युवतियां और महिलाएं शामिल हैं. इतना ही नहीं, 2500+ से भी ज्यादा बहनों ने इस मंडल से जुड़कर शासन के विविध क्षेत्रों में सेवाएं दी हैं.
यह मंडल को 2024 में 35 वर्ष पूरे हो गए थे, इन्होने अभी तक क्या कुछ किया है उसकी Short में जानकारी देखते हैं जिससे पूरे भारतभर में चल रहे मंडलों को प्रेरणा मिलेगी.
Achievements & Milestones
1. RBM द्वारा पिछले 17 वर्षों से पूज्य साध्वीजी भगवंतों के विहार के दौरान मंडल की बहनों द्वारा विहार सेवा भी दी जा रही है और बहनें यह सेवा अत्यंत गुरु बहुमान भाव से करती हैं क्योंकि यह बहनें स्वयं सुखी और संपन्न परिवारों से हैं, फिर भी साध्वीजी भगवंतों की Wheelchairs को आनंदपूर्वक और श्रद्धापूर्वक चलाने को उनका सौभाग्य मानती हैं.
2. Year 1999 में RBM द्वारा श्री सम्मेत शिखरजी महातीर्थ पर प्रतिमाजी भराने का लाभ लिया गया था. श्री ऋषभ बालिका मंडल के इसी निष्ठा और समर्पण को वर्ष 2022 में चेन्नई के श्री KLP संघ के समक्ष ‘शासन समर्पिता-कला शिरोमणि’ की पदवी प्रदान की गई.
3. जिस तरह एक Corporate Working Pattern में Professionalism को Strictly Follow किया जाता है, उसी तरह का Professionalism RBM में भी Follow किया जाता है.
मंडलों के Registered Office हो ऐसा Rarely देखने को मिलता है, RBM एक ऐसा मंडल है जिसका Registered Office है, ‘श्री ऋषभ कला मंदिर’ के नाम से इस Office का उद्घाटन वर्ष 2007 में हुआ था.
4. RBM के ‘वैयावच्च अपूर्वलाभ Program’ के अंतर्गत Members को वैयावच्च, Acupressure आदि Skills में Train किया जाता है, जिससे वे गुरु भगवंतों की वैयावच्च यानी सेवा का हर तरह से लाभ ले सकें. अभी तक कई बार उपधान तप में RBM द्वारा गुरु भगवंत एवं तपस्वियों की वैयावच्च के लिए वैयावच्च Team भेजी गई थी.
इतना ही नहीं, RBM द्वारा शिविरों में Management और Arrangements, छरी पालित संघ, तीर्थ यात्रा संघ में वैयावच्च एवं चातुर्मास के दौरान गुरु भगवंत एवं आराधकों की वैयावच्च आदि में यह मंडल कई वर्षों से अद्भुत सेवा देता है.
5. RBM द्वारा मंडल के 25 वर्ष पूर्ण होने पर एक Unique Celebration किया गया था जिसके अंतर्गत RBM के Members ने 25 तीर्थंकर (चौबीसी + सीमंधर स्वामी) परमात्मा के जन्म कल्याणक महोत्सव मनाना, 250 जिनालयों के दर्शन, भारत के अलग अलग Cities में विराजमान जंगम तीर्थ की यात्रा की थी जिसमें 2,500 गुरु भगवंतों के दर्शन-वंदन का लाभ लिया गया था.
25,000 सामायिक की आराधना, 2,50,000 श्री ऋषभदेव प्रभु के नाम का कलात्मक आलेखन और 25 लाख नवकार महामंत्र का जाप, श्री केसरवाडी तीर्थ में प्रभु ऋषभदेव द्वारा बताई गई स्त्री की 64 कला का भव्य प्रदर्शन आदि कई तरह से रजत वर्ष महोत्सव RBM द्वारा मनाया गया.
Activities of RBM
आइए देखते हैं कि RBM में किस तरह की Activities करवाई जाती है. Activities जानकर ऐसा लगेगा कि यह मंडल सिर्फ नाम के लिए मंडल है बाकी अपने आप में एक University है.
1. RBM द्वारा आज तक सैकड़ों Stage Programs किए गए हैं जैसे शिविर, दीक्षा अथवा प्रतिष्ठा के दौरान गाँव सांझी का Program, परमात्मा की भक्ति का कार्यक्रम, वर्षीतप पारणा, अध्यात्मिक Drama आदि.
पिछले 17 वर्षों से RBM द्वारा चेन्नई के श्री केसरवाड़ी तीर्थ में फागण फेरी के दिन भव्य रूप से दर्शनीय शत्रुंजय की रचना की जाती है.
2. RBM द्वारा श्री ऋषभ कला मंदिर में ‘RISHABH ROSHNI’ नामक एक Program Introduce करवाया गया था जो Women Empowerment का एक Unique Course है जिसमें मंडल के सभी सदस्यों को :
- Art of living,
- Self Defence,
- Personality Development,
- Time Management,
- Cooking Skills,
- Career Guidance,
- Harmony In Family,
- Yoga,
- Jainism & Science,
- Public Speaking,
- Creativity,
- Legal Advice,
- Beauty Without Cruelty,
- Best Out of Waste,
- Home Doctor,
- Who is The Real Diamond?
आदि कई अद्भुत Skills और Life Courses सीखाए जाते हैं.
3. इसके अलावा वैयावच्च अपूर्वलाभ Course जिसमें साधु साध्वीजी भगवंतों की वैयावच्च के लिए अलग अलग Type की Therapies सिखाई जाती है और विश्व दीपिका नामक एक Course भी सीखाया जाता है जिसमें मुमुक्षु बहनें भी जुडती हैं और अपने और जिनशासन के भविष्य को उज्जवल बनाने की Training लेती हैं.
4. इतना ही नहीं, श्री ऋषभ कला मंदिर में मंडल के सभी सदस्यों को उनकी Interest के अनुसार विविध Skills जैसे Singing, Musical Instruments, Dance, गहुली, रंगोली, आंगी, शंखनाद आदि के लिए Train किया जाता है.
चेन्नई में जितने भी साधु साध्वीजी भगवंत आते हैं, लगभग उन सभी का पदार्पण श्री ऋषभ कला मंदिर में हुआ है.
श्री ऋषभ बालिका मंडल केवल एक मंडल ही नहीं बल्कि यह जिनशासन की श्राविकाओं के लिए एक संस्कारशाला है, जीवन की विश्वविद्यालय है-जहाँ बहनें धर्म, सेवा, शिक्षा और शक्ति सभी रूपों में स्वयं को पहचानती है.
ऐसा कहते हैं कि ‘जहाँ नारी में संस्कार और श्रद्धा का संगम होता है, वहीं से एक नए युग का आरंभ होता है’ और श्री ऋषभ बालिका मंडल इसी उद्देश्य के साथ जिनशासन के एक बहतर भविष्य का निर्माण कर रही हैं.
हमने यह Documentary इसलिए बनाई है कि हर शहर में, हर संघ में इस तरह के Vision के साथ बालिकाओं के लिए, लड़कियों के लिए, बहनों के लिए मंडल हो और Proper Vision और Guidance के साथ अगर वे आगे बढ़ते हैं तो परिणाम क्या आते हैं वह हम Experiences में जान चुके हैं.
Contact
इस Contact Information पर संपर्क करके इनसे Guidance एवं Ideas ले सकते हैं.
For Calls :
+91 98402 36836
+91 86676 28280
Whatsapp Message Only :
+91 99401 23387
+91 99627 34588