श्री अंतरिक्षजी तीर्थ की यात्रा करने से पहले ये Important Information जान ले ताकि वहां आपको कोई समस्या ना आए. कुछ यात्रियों को वहां पर ठगने की कोशिश भी हो रही है इसलिए कुछ सावधानियां रखनी बहुत ज़रूरी है.
श्री अंतरिक्षजी तीर्थ यात्रा के दौरान क्या सावधानियां रखनी है इस Article में हम जानेंगे.
बने रहिए इस Article के अंत तक.
Year 2023 में 42 वर्षों के संघर्ष के बाद श्री अंतरिक्ष पार्श्वनाथ तीर्थ के ताले खुले और फिर तो भक्तों की ज़बरदस्त भीड़ शुरू हो गई. कुछ लोग तो बार बार प्रभु की पूजा, भक्ति आदि करने आ रहे हैं. यह Information Officially श्री अंतरिक्ष पार्श्वनाथ महाराज संस्थान के द्वारा प्राप्त हुई है.

Room Booking
अगर आप श्री अंतरिक्षजी तीर्थ यात्रा करने का Plan कर रहे हैं तो सबसे पहले तीर्थ की धर्मशाला में Room Booking करवाकर ही Train, Flight आदि के Tickets Book करवाए.
तीर्थ में Normally Weekends और Holidays के दौरान Public ज्यादा होती है इसलिए अगर Possible हो तो Weekdays के दौरान भी यात्रा कर सकते हैं जिससे आप परमात्मा की सेवा-पूजा शांति और अच्छे से कर पाएंगे और Rooms आदि की व्यवस्था भी Easily Available हो पाएगी.
साथ ही Exams के समय में एवं Summer Vacations में Public थोड़ी कम होती है तो उसके According आप यात्रा Plan कर सकते हैं. फिलहाल श्री अंतरिक्षजी तीर्थ में 120 AC Rooms, 80 Non AC Rooms और 24 बड़े Halls की Availability है.
साथ ही आनेवाले यात्रियों की सुविधा के लिए और भी धर्मशालाओं का निर्माण हो रहा है.
Please Note : किसी भी तरह का कोई भी Online Payment आपको नहीं करना है, सिर्फ Phone पर Rooms की Booking करवानी है और वहां पहुंचकर पेढ़ी में Payment करना है.
Online बहुत Frauds चल रहे हैं इसलिए सावधान रहना है. अभी Recently हमने धर्मशाला Scam पर Article Publish किया था, वह अवश्य पढ़ लीजिएगा.
श्री अंतरीक्षजी तीर्थ में Room Booking के लिए इस Contact Information पर संपर्क कर सकते हैं 👇
Dharamashala – 91588 71999
Bulk Booking के Case में Advance Payment ज़रूर लिया जाता है लेकिन जो भी Account Details होगी वह आपको Officially इसी Contact Information के द्वारा प्राप्त होगी.
Special Occasions
विशेष श्री पार्श्वनाथ भगवान के च्यवन और केवलज्ञान कल्याणक यानी चैत्र वदि चौथ (मारवाड़ी) फागन वदि चौथ (गुजराती), जन्म और दीक्षा कल्याणक यानी पोष वदि दशमी (मारवाड़ी), मगसर वदि दशमी (गुजराती) और ग्यारस.
मोक्ष कल्याणक यानी श्रावण सुदि आठम और अषाढ सुदी बीज जो कि श्री अंतरीक्ष दादा का पूजा प्रारंभ दिन है उन विशेष दिनों में और श्री अंतरिक्ष पार्श्वनाथ तीर्थ की सालगिरह यानी माघ सुदि पांचम एवं चैत्र सुदि छठ.
श्री विघ्नहर पार्श्वनाथ जिनालय की सालगिरह यानी फागण सुदि तीज, तीर्थ प्रभावी चतुर्मुख जिनालय की सालगिरह यानी माघ सुदि पूनम और पर्यूषण महापर्व एवं शाश्वती नवपद ओलीजी के दिनों में विशेष रूप से श्री अंतरिक्षजी तीर्थ में भक्ति करने पधार सकते हैं.
इन विशेष दिनों में भक्ति करने से विशेष पुण्य का बंध होता है.

Timetable
श्री अंतरिक्षजी जिनालय की कुछ मर्यादाओं का पालन अवश्य करना होगा.
Court के Verdict के अनुसार Time Table के हिसाब से परमात्मा की पूजा करने के लिए तीन-तीन घंटे की बारी का ध्यान अवश्य रखना है. नीचे आप Time Table देख सकते हैं एवं तीर्थ में भी यह Time Table दिया गया है एवं पेढ़ी से पूजा के समय की जानकारी भी प्राप्ति कर सकते हैं.

विशेष पर्युषण के दिनों में सुबह 9 बजे से रात 10 बजे तक पूरे दिन की भक्ति का लाभ श्वेताम्बरों को दिया गया है. पर्युषण पर्व पूर्ण होते ही दसलक्षण पर्व के 10 दिनों में सुबह 9 बजे से रात 10 बजे तक पूरे दिन की भक्ति का समय दिगम्बरों को दिया गया है.
दसलक्षण पर्व के समय में श्वेताम्बरों के लिए भक्ति पूजा आदि के लिए सुबह 6 से 9 का ही समय दिया गया है. इस बात का ख़ास ध्यान रखकर पधारे.
Guru Bhakti
श्री अंतरिक्षजी तीर्थ में यदि अंतरिक्षजी अभ्युदय प्रेरक परम पूज्य पंन्यास श्री विमलहंस विजयजी महाराज साहेब आदि अन्य गुरु भगवंत विराजमान हैं तो उनके दर्शन वंदन करके गुरु भगवंत के पास तीर्थ की महिमा को जानने के लिए प्रवचन की विनंती कर सकते हैं और भावना के अनुसार श्री अंतरिक्षजी तीर्थ की भाव यात्रा का आयोजन भी कर सकते हैं.
Rules Of Jinalay
प्राचीन श्री अंतरिक्ष पार्श्वनाथ प्रभु के जिनालय परिसर में सिर्फ परमात्मा के दर्शन एवं पूजा करने के लिए ही जाना है. कोई भी पूजा की सामग्री जैसे चंदन, केसर, पुष्प, अक्षत-नैवेद्य फल आदि कुछ भी लेकर नहीं जाना है, खाली हाथ ही जाना है, यहाँ तक कि पैसे, Mobile Phone आदि भी अंदर नहीं लेकर जाना है.
केसर-चंदन की व्यवस्था अंदर है. अंदर सिर्फ केसर-चंदन एवं पुष्प पूजा ही करनी है और भीड़ ज्यादा होने पर विवेक का उपयोग रखना है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों की पूजा हो पाए और हमारे साधर्मिक भाई-बहनों को पूजा से वंचित नहीं रहना पड़े.
पूजा करने के बाद प्रभु की अक्षत, नैवेद्य एवं फल पूजा, चैत्यवंदन, अनुष्ठान, भक्ति आदि श्री अंतरिक्ष पार्श्वनाथ भक्ति मंडप और नूतन चतुर्मुख जिनालय में कर सकते हैं. प्राचीन जिनालय परिसर में सिर्फ दर्शन एवं केसर-चंदन और पुष्प पूजा ही करें.
मुख्य प्राचीन श्री अंतरिक्ष पार्श्वनाथ जिनालय के पास में श्री विघ्नहर पार्श्वनाथ भगवान का जिनालय भी है. वहां पर भी अद्भुत परमात्मा बिराजमान है, सेवा-पूजा का लाभ अवश्य ले सकते हैं.
Bhojanshala
श्री अंतरिक्षजी तीर्थ में रात्रि भोजन एवं अभक्ष्य का त्याग करना आवश्यक ही नहीं अनिवार्य भी है. यहाँ पर भोजनशाला की व्यवस्था भी सुचारू रूप से चल रही है और यहाँ विशेष Menu Orders भी लिए जाते हैं,
भोजन बनाते समय जयणा का अच्छी तरह से पालन किया जाता है. अगर आप बड़े Group में यात्रा कर रहे हैं तो यहाँ पर भोजन आदि की व्यवस्था के लिए Separate Hall भी Available है.
बाहर के Catering Services को Orders देने के बजाय तीर्थ की भोजनशाला में ही भोजन की अच्छी व्यवस्था हो सकती है. Generally तीर्थ के बाहर Juice, Soda आदि के Vendors आने की संभावना ज्यादा रहती है.
तीर्थ के बाहर यह सब अभक्ष्य का सेवन कर तीर्थ को भविष्य में कोई बड़ा नुकसान हो ऐसा कोई भी कार्य हमें नहीं करना है. कोई करता हुआ दिखे तो प्रेम से समझा भी सकते हैं. हमेशा विवेक का उपयोग रखना है.
कोई भी तीर्थ में किसी भी कर्मचारी के साथ हमारा बर्ताव पारिवारिक सदस्यों की तरह ही होना चाहिए, हमारी सुविधा और व्यवस्था के लिए ही वह हमारी सेवा में Appointed हैं. अपने तीर्थ व्यवस्था एवं तीर्थ को संभालने का कार्य वही करनेवाले हैं.
अतः कोई भी अनुचित व्यवहार उनके साथ नहीं करना है. बहस बाजी अथवा अपशब्द का प्रयोग नहीं करना है. उनकी सूचना और व्यवस्था को मान देकर स्वीकार करना है, जिससे अधिक से अधिक संख्या में पधारे हमारे साधर्मिक तीर्थ एवं प्रभु भक्ति का लाभ ले सके.
साथ ही कर्मचारी को बक्शीश देकर लालच मे डालने का प्रयास नहीं करना है बक्शीश देने की इच्छा हो तो ऑफिस में ‘कर्मचारी बक्षीस फंड’ में ही जमा करवा सकते हैं.
Please Note: श्री अंतरीक्ष जी तीर्थ भूमि है, Picnic Spot नहीं है इसलिए हमारी वेशभूषा यानी Dressing तीर्थ भूमि की मर्यादा के According होनी चाहिए.
Be Careful Of Frauds
श्री अंतरिक्षजी तीर्थ की History हमने पहले की प्रस्तुतियों में जानी थी. वो Videos एक बार फिर से आप अवश्य देख सकते हैं.
History Of Shri Antarikshji Parshwanath Jain Tirth 👇
जहाँ पर श्री अंतरिक्ष पार्श्वनाथ भगवान अद्धर यानी स्थिर हुए थे, वह वट वृक्ष-पवली बगीचे में आज भी मौजूद है लेकिन जिस कुएं से परमात्मा प्राप्त हुए थे वह कुआं या कुए का पानी गांव में नहीं है, इसलिए किसी की भी बातों में आकर कहीं भी घुमने ना चले जाएं.
वहां पर कुछ लोगों को कुए के नाम से ले जाकर ठगा जा रहा है, इसलिए इसकी सावधानी अवश्य रखनी है. इस पवली बगीचे में जाने के लिए पेढी में संपर्क करके ही जाए.
श्री अंतरिक्ष पार्श्वनाथ प्रभु की अंग रचना यानी आंगी के Daily दर्शन करने के लिए और तीर्थ की Details से Updated रहने के लिए इस QR Code को Scan करें 👇

Photography in Tirth
अभी Smartphones का ज़माना है तो लोग तीर्थ यात्रा में भी Photos लिए बिना नहीं रह पाते. देखिए तीर्थ यात्रा की Memories के लिए Photos लेना गलत बात नहीं है, इससे तीर्थ का प्रचार भी होता है और लोग भी प्रेरित होते हैं लेकिन विवेक का होना बहुत Important है.
हम अगर परिवार के साथ कोई Photo ले रहे हैं तो हम कहाँ खड़े हैं, हमारे आगे पीछे कौन है, इन सब बातों का अवश्य ध्यान रखना है, यह Photo हमारी पारिवारिक एवं धार्मिक सभ्यता का परिचय देने वाली हो ना कि कोई Fashion की, दिखावे की हो.
मान लो मंदिर से थोड़ी दूरी पर हो, किसी को Disturbance न हो उस तरह से, कोई और हमें देखे तो ऐसा ना सोचे कि ये लोग तीर्थ यात्रा के लिए आए हैं या फोटो के लिए यह सब बातें ध्यान में रख सकते हैं. विवेक का होना बहुत Important है.
अब मान लो कोई प्रभु के साथ Selfie लेने का प्रयास करें तब उसे अविवेक माना जाएगा और यह देखकर बाकी सब भी Copy करने का प्रयास करेंगे और व्यवस्था में गड़बड़ी होगी इसलिए विवेक रखना अति आवश्यक है.
Route Plan
श्री अंतरिक्षजी तीर्थ आने के लिए Route Plan 👇
श्री अंतरिक्षजी तीर्थ से नजदीकी Railway Stations इस प्रकार हैं :
1. Akola Station-70 KM
2. Jalna Station-160 KM
3. Washim Station-30 KM
श्री अंतरिक्षजी तीर्थ से नजदीकी Airports इस प्रकार हैं :
1. Chhatrapati Sambhaji Nagar -194 KM
2. Nagpur Airport-272 KM
3. Nanded Airport-147 KM
इन Stations अथवा Airports से आपको By Road Maharashtra के Washim District के Malegaon Taluka में Shirpur Jain गाँव में आना है, जहाँ पर श्री अंतरिक्ष पार्श्वनाथ श्वेतांबर महातीर्थ है.
Maharashtra में और भी Shirpur तथा Malegaon है, इसलिए Washim District के Shirpur Jain गाँव में आना है, इसका अवश्य ध्यान रखिएगा. Confusion ना हो इसलिए तीर्थ का Location नीचे दिया गया है 👇
Location : https://maps.app.goo.gl/NBLfVgjNzjAibeps9?g_st=iw
साथ ही Tirth की पेढ़ी का Contact Information भी ये रहा 👇
Dharamashala – 91588 71999
General Office – 90498 24999
Account Office – 83905 26222
Car/Bus, Bhojanshala – 90675 46999
*Subjected To Further Updates..
बस की व्यवस्था दिया गए Numbers पर संपर्क करके आप जान सकते हैं क्योंकि इसमें Updates होते रहते हैं.